Jay Shah ICC Chairman: जय शाह को ICC का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। उनके पद संभालने के बाद पाकिस्तान के क्रिकेट को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं।
Jay Shah ICC Chairman: बीसीसीआई के सचिव जय शाह अब इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के अगले चेयरमैन होंगे। वे 1 दिसंबर 2024 से यह पद संभालेंगे। वे ICC के सबसे बड़े पद पर बैठने वाले पांचवें भारतीय और ICC के इतिहास में सबसे युवा चेयरमैन होंगे।
विश्व क्रिकेट में पहले से ही भारत का दबदबा स्पष्ट है, और अब यह और बढ़ जाएगा क्योंकि एक भारतीय, जय शाह, इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) का नया चेयरमैन बन गया है। लंबे समय की अटकलों के बाद, आधिकारिक तौर पर घोषणा की गई है कि जय शाह ICC के नए चेयरमैन होंगे। बीसीसीआई के वर्तमान सचिव जय शाह को इस पद के लिए निर्विरोध चुना गया है, और वे मौजूदा चेयरमैन ग्रेग बार्कले की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल नवंबर में समाप्त हो जाएगा। केवल 35 साल की उम्र में, जय शाह ICC के इतिहास के सबसे युवा चेयरमैन होंगे।
Jay Shah को सभी का समर्थन मिला
पिछले पांच वर्षों में बीसीसीआई के सचिव के रूप में जय शाह ने विश्व क्रिकेट में महत्वपूर्ण पहचान बनाई है। उनके अधिकांश क्रिकेट बोर्ड के प्रशासकों के साथ अच्छे संबंध रहे हैं, जिसके चलते उन्हें इस पद के लिए किसी भी चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा। हाल ही में, आईसीसी ने ग्रेग बार्कले के पद छोड़ने की घोषणा की, जो लगातार दो कार्यकाल से इस जिम्मेदारी को संभाल रहे थे। आईसीसी के नियमों के अनुसार, चेयरमैन को तीन लगातार कार्यकाल मिल सकते हैं, लेकिन न्यूजीलैंड के बार्कले ने तीसरे कार्यकाल से इनकार कर दिया था, जिससे जय शाह की उम्मीदवारी की चर्चा बढ़ गई थी।
आईसीसी ने चेयरमैन पद के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 27 अगस्त निर्धारित की थी। नियमों के अनुसार, यदि दो या उससे अधिक उम्मीदवार होते, तो चुनाव होता और आईसीसी के 16 सदस्यीय बोर्ड वोटिंग करता। लेकिन जय शाह की स्थिति में, पहले ही यह स्पष्ट था कि उन्हें 14-15 बोर्ड सदस्यों का समर्थन प्राप्त था, इसलिए उनके खिलाफ कोई अन्य दावेदार नहीं था। परिणामस्वरूप, 27 अगस्त को नामांकन के साथ ही जय शाह का चेयरमैन बनना तय हो गया, और आईसीसी ने उनके नाम की आधिकारिक घोषणा कर दी। वे 1 दिसंबर से अपना कार्यकाल शुरू करेंगे और अगले 6 वर्षों तक चेयरमैन रह सकते हैं।
भारत से 5वें चेयरमैन
जय शाह आईसीसी के प्रमुख पद पर पहुंचने वाले पांचवें भारतीय बन गए हैं। उनसे पहले, जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन और शशांक मनोहर ने विभिन्न समय पर इस पद को संभाला है। सबसे पहले, जगमोहन डालमिया ने इस जिम्मेदारी को संभाला, जिसके बाद भारतीय क्रिकेट का प्रभाव बढ़ा और अन्य प्रशासकों के लिए नए रास्ते खुले।
उनका कार्यकाल इस प्रकार था:
- जगमोहन डालमिया: 1997-2000 (प्रेसिडेंट)
- शरद पवार: 2010-2012 (प्रेसिडेंट)
- एन श्रीनिवासन: 2014-2015 (चेयरमैन)
- शशांक मनोहर: 2015-2020 (चेयरमैन)
पाकिस्तान के बारे में महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे?https://www.instagram.com/dailyparichay/
जय शाह के चेयरमैन बनने के साथ ही पाकिस्तान को बड़ा तनाव हो गया है। पहले से ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड भारतीय क्रिकेट बोर्ड के प्रभुत्व की शिकायत करता रहा है, और खासकर सचिव जय शाह को पाकिस्तानी क्रिकेट की स्थिति के लिए दोषी मानता रहा है। अब शाह के चेयरमैन बनने के बाद पाकिस्तान की चिंता और बढ़ गई है, खासकर अगले साल पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर।
इस टूर्नामेंट के लिए भारत की पाकिस्तान यात्रा पर पहले से ही सवाल उठ रहे थे, जिससे पूरी तरह से पाकिस्तान में टूर्नामेंट के आयोजन की संभावना कम हो गई है। हालांकि, पीसीबी को उम्मीद थी कि आईसीसी बीसीसीआई को इसके लिए मनाने में सफल होगा। लेकिन अब शाह के चेयरमैन बनने के बाद, उनकी एक ‘हां’ से चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल पर या पूरी तरह से पाकिस्तान के बाहर आयोजित किया जा सकता है।
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