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भारत बायोटेक की नई वैक्सीन Hillchol से भारत हैजा के खिलाफ लड़ाई लड़ेगा|

ओरल वैक्सीन Hillchol के जरिए भारत हैजा से निपटेगा, भारत बायोटेक की नई उम्मीद।

Hillchol



भारत बायोटेक ने हैजा से लड़ने के लिए एक नई पहल की है |। उन्होंने ओरल वैक्सीन Hillchol को पेश किया है, जो हैजा से सुरक्षा देने में मदद करेगी और इस बीमारी को समाप्त करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

लोगों की जान बचाने में मदद

हैजा एक गंभीर रोग है जो विश्वभर में लाखों लोगों को प्रभावित करता है, विशेषकर विकासशील देशों में। इस वैक्सीन के आने से हैजा के मामलों में कमी आ सकती है और लोगों की जान बचाई जा सकती है। भारत बायोटेक की यह पहल हैजा से मुक्त दुनिया की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।

Hillchol

स्वच्छता में कमी होने से फैलती है

हैजा एक ऐसी बीमारी है जो स्वच्छता की कमी के कारण फैलती है। साफ पानी और पौष्टिक आहार की कमी के चलते भारत समेत दुनियाभर के कई देशों में हैजा के मामले सामने आते हैं। 2021 के बाद से वैश्विक स्तर पर हैजा के मामले बढ़ गए हैं। इस पर नियंत्रण पाने के लिए एक नई वैक्सीन लॉन्च की गई है।

भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने हैजा के खिलाफ रोकथाम के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। मंगलवार को कंपनी ने हैजा वैक्सीन की घोषणा की है। उम्मीद है कि इस वैक्सीन के जरिए दुनियाभर में हैजा पर नियंत्रण पाया जा सकेगा। चूंकि हैजा तेजी से फैलने वाली बीमारी है और इसका प्रभाव आसपास के माहौल पर भी पड़ता है, इस वैक्सीन के प्रभावी होने की संभावना काफी अधिक है।

सिंगल-स्ट्रेन ओरल हैजा वैक्सीन Hillchol नाम दिया

कंपनी ने नई सिंगल-स्ट्रेन ओरल हैजा वैक्सीन का नाम Hillchol रखा है। वैक्सीन निर्माता बीबीआईएल ने जानकारी दी है कि Hillchol (बीबीवी131) को हैजा से लड़ने के लिए हिलमैन लेबोरेटरीज के लाइसेंस के तहत भारत बायोटेक के बैनर तले तैयार किया गया है। यह वैक्सीन वैश्विक स्तर पर हैजा की रोकथाम में मदद करेगी। कंपनी ने यह भी बताया कि हैदराबाद और भुवनेश्वर में बड़े पैमाने पर यूनिट स्थापित की जा रही हैं, जिनमें Hillchol की 200 मिलियन खुराक तक उत्पादन की क्षमता होगी।

Hillchol

दुनिया भर में हैजा वैक्सीन की मांग बढ़ी है

जानकारी के अनुसार, भारत और दुनियाभर में ओरल हैजा वैक्सीन (ओसीवी) की मांग काफी अधिक है। हर साल लगभग 100 मिलियन खुराक की जरूरत होती है। इस वजह से, हैजा नियंत्रण के लिए यह वैक्सीन अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती है। वर्तमान में, वैश्विक स्तर पर ओरल हैजा वैक्सीन की कमी है, क्योंकि इसकी केवल एक ही निर्माता कंपनी है.

40 मिलियन खुराक की सालाना कमी होती

एक आंकड़े के अनुसार, विश्व में हर साल वैक्सीन की 40 मिलियन खुराक की कमी होती है। इस नई वैक्सीन के आने से इस कमी को काफी हद तक पूरा किया जा सकेगा। जानकारी के मुताबिक, 2021 के बाद से दुनियाभर में हैजा के मामलों में वृद्धि हुई है। 2023 से मार्च 2024 तक, 31 देशों में हैजा के 8 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, और लगभग 6 हजार लोगों की मौत हो चुकी है।

2030 तक हैजा से होने वाली मौत पर नियंत्रण का लक्ष्य

भारत बायोटेक के कार्यकारी अध्यक्ष, डॉ. कृष्णा लाल, का कहना है कि नई वैक्सीन हैजा को रोकने में प्रभावी साबित हो सकती है। Hillchol से हैजा पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है और यह वैश्विक स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाएगी। इस वैक्सीन का लक्ष्य है कि 2030 तक हैजा से होने वाली मौतों में 90 प्रतिशत तक कमी लाई जा सके

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