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Raksha Bandhan 2024 Muhurat: रक्षाबंधन के दिन 7 घंटे 39 मिनट तक भद्रा का प्रभाव रहेगा। राखी बांधने के लिए उचित समय क्या होगा? यहां जानें।

रक्षाबंधन 2024 मुहूर्त, इस वर्ष रक्षाबंधन कई शुभ अवसरों पर आधारित है। इस दिन सावन सोमवार और श्रावण पूर्णिमा भी है, जो विशेष महत्व रखते हैं। रक्षाबंधन 19 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन भद्रा का प्रभाव 7 घंटे 39 मिनट तक रहेगा। वैदिक पंचांग के अनुसार, सावन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन मनाया जाता है, और भद्रा के प्रभाव से बचना महत्वपूर्ण होता है। भद्रा के समय राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता, क्योंकि धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस समय किए गए कार्यों का फल अच्छा नहीं होता। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का सबसे सही समय क्या होगा, इस पर प्रकाश डाल रहे हैं।

रक्षाबंधन 2024 मुहूर्त
रक्षाबंधन 2024 मुहूर्त

रक्षाबंधन 2024 मुहूर्त

सावन पूर्णिमा की तिथि शुरू होगी: 19 अगस्त, सोमवार, सुबह 3:04 बजे से
सावन पूर्णिमा की तिथि समाप्त होगी: 19 अगस्त, सोमवार, रात 11:55 बजे

इस आधार पर, 19 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार मनाना उचित रहेगा।

रक्षाबंधन के दिन 7 घंटे से अधिक समय तक भद्रा का प्रभाव

ज्योतिषाचार्य डॉ. मिश्र के अनुसार, इस साल रक्षाबंधन के दिन सुबह के समय भद्रा का प्रभाव रहेगा। भद्रा सुबह 05:53 बजे से दोपहर 01:32 बजे तक रहेगी। यह भद्रा पाताल लोक में होती है, जो धरती से नीचे स्थित है। हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि पाताल लोक की भद्रा को नजरअंदाज किया जा सकता है।

रक्षाबंधन 2024 मुहूर्त
रक्षाबंधन 2024 मुहूर्त

रक्षाबंधन 2024 के दिन राखी बांधने का उपयुक्त समय

19 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का सही समय दोपहर के समय होगा। बहनें अपने भाई को इस दिन दोपहर 1:32 बजे से लेकर रात 9:08 बजे तक किसी भी समय राखी बांध सकती हैं।

राखी बांधने के लिए वर्जित समय

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, रक्षाबंधन पर राखी बांधने के लिए दो विशेष समय को पूरी तरह से टाला जाता है। पहला समय है भद्रा और दूसरा राहुकाल। इन दोनों समयों में राखी बांधना अशुभ माना जाता है। इस साल रक्षाबंधन के दिन राहुकाल सुबह 07:31 बजे से लेकर 09:08 बजे तक रहेगा।

रक्षाबंधन पर सावन सोमवार और श्रावण पूर्णिमा का विशेष संयोग

इस वर्ष रक्षाबंधन के दिन सावन का अंतिम सोमवार और श्रावण पूर्णिमा का व्रत भी है। इस दिन सावन माह का समापन होगा। सावन के अंतिम सोमवार को भगवान भोलेनाथ की पूजा करें, और श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर पवित्र नदी में स्नान करके दान करने से पुण्य प्राप्त होता है। इससे परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है।

रक्षाबंधन 2024 मुहूर्त
रक्षाबंधन 2024 मुहूर्त

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